*1950 में जब संविधान बनकर तैयार हुआ तब बाबासाहब ने कहा कि अब तुम्हे (OBC SC ST) राधा कृष्ण की जरूरत नही पढ़ेगी। तुम्हारी तरक्की के जो दरवाजे 5000सालो से अब तक बंद थे , वो कोई देवी-देवता अभी तक खोलने नही आया। मैं उन गुलामी की बेड़ियों को संविधान से काट रहा हूँ। तुम इसका सही उपयोग करके अच्छी शिक्षा प्राप्त करना और बुलंदियों को छूना।*
*बाबासाहब*
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