मैं पैसा हुँ
मुझे आप मरने के बाद ऊपर नही ले जा सकते
मगर, जीते जी मैं, आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हुँ,
मैं पैसा हुँ
मुझे पसंद करो
सिर्फ इस हद तक की
लोग आपको नपसंद न करने लगे
मैं पैसा हूँ
मैं भगवान नहीं
मगर
लोग मुझे भगवान से कम नहीं मानते
मैं पैसा हूँ
मैं नमक की तरह हूँ
मगर जरुरत से ज्यादा हो तो
जिन्दगी का स्वाद बिगाड़ देता है
मैं पैसा हूँ
इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाऐगे
जिनके पास मैं बेशुमार था
मगर
फिर भी वो मरे और
उनके पास रोने वाला कोई नहीं था
मैं पैसा हुँ
मैं आपके पास हुँ तो आपका हुँ
आपके पास नहीं हूँ तो आपका नहीं हूँ मगर
मैं आपके पास हू तो सब आपके है
मैं पैसा हूँ
मैं नई- नई रिश्तेदारियाँ बनता हूँ
मगर
असली और पुरानी बिगाड़ देता हूँ
मैं पैसा हूँ
मैं सारे फसाद की जड़ हूँ
मगर
फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल है
चंदन कुमार पासवान
कनकपुर
मुझे आप मरने के बाद ऊपर नही ले जा सकते
मगर, जीते जी मैं, आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हुँ,
मैं पैसा हुँ
मुझे पसंद करो
सिर्फ इस हद तक की
लोग आपको नपसंद न करने लगे
मैं पैसा हूँ
मैं भगवान नहीं
मगर
लोग मुझे भगवान से कम नहीं मानते
मैं पैसा हूँ
मैं नमक की तरह हूँ
मगर जरुरत से ज्यादा हो तो
जिन्दगी का स्वाद बिगाड़ देता है
मैं पैसा हूँ
इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाऐगे
जिनके पास मैं बेशुमार था
मगर
फिर भी वो मरे और
उनके पास रोने वाला कोई नहीं था
मैं पैसा हुँ
मैं आपके पास हुँ तो आपका हुँ
आपके पास नहीं हूँ तो आपका नहीं हूँ मगर
मैं आपके पास हू तो सब आपके है
मैं पैसा हूँ
मैं नई- नई रिश्तेदारियाँ बनता हूँ
मगर
असली और पुरानी बिगाड़ देता हूँ
मैं पैसा हूँ
मैं सारे फसाद की जड़ हूँ
मगर
फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल है
चंदन कुमार पासवान
कनकपुर
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें